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Friday, December 31, 2021

 


वो जो बादलों में छुपा है कहीं,
सुनता नहीं मुझे चाहे बुलालू कितना भी।
क्यों रूठा है खुदा मेरा मुझसे,
पूछ तो लु मै भी उससे पर वो मेरी ओर देखे तो सही।


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